फ्रेंडशिप डे : दोस्ती, मस्ती और खुशियां
हर दिल की ख्वाहिश है कि फ्रेंडशिप डे पर किसी अच्छी सी जगह जाकर अपने दोस्तों के साथ मस्ती की जाए। कुछ लोग सोच रहे हैं कि किसी आउटिंग स्पॉट पर जाकर पूरा दिन बिताया जाए तो कई लोगों की फिल्म देखने की...
View Articleदोस्ती: दिल का रिश्ता बड़ा ही प्यारा है
'प्यार' और 'दोस्ती' में कोई बिल्कुल करीबी समानता है तो जवाब होगा जी हां। दोनों ही 'ढाई आखर' हैं। दोनों में ही न जाने जिंदगी के कितने खूबसूरत रंग समाए हैं। एक बार इन्हें 'हकीकत के कैनवास' पर उतारकर तो...
View Articleफ्रेंडशिप डे: कैसे कहें दिल के जज्बात
जीवन के सारे रिश्तों में से एक महत्वपूर्ण रिश्ता है दोस्ती। कहते हैं अच्छा और सच्चा दोस्त खुदा का दिया अनमोल तोहफा होता है। ऐसे ही खास दोस्त को अपनी भावनाओं का अहसास दिलाने का दिन है फ्रेंडशिप-डे।...
View Articleयारी है ईमान मेरा, यार मेरी जिंदगी
दोस्त तो जिंदगी के हर पड़ाव पर बनते हैं, लेकिन कॉलेज लाइफ का दोस्त हमेशा याद रहता है। वजह यह कि कॉलेज में गुजरे दिन हर किसी की जिंदगी का स्वर्णिम काल होता है। यहां ढेर सारी मस्ती होती हैं, शरारतें होती...
View Articleये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे
दोस्ती हमेशा बनी रही इसके लिए कुछ खास टिप्स आपके लिए-कभी शंका की स्थिति न बनने दें। हमेशा आपसी सहमति बनाए रखें। एक-दूसरे की मनोभाव को पढ़ने की कोशिश करें। जरूरतों का ख्याल रखें। सुख-दुख के सहभागी बनें।...
View Articleधरा का सबसे खूबसूरत अहसास दोस्ती
किसी विद्वान ने कहा है कि आपकी उम्र सालों से नहीं, बल्कि इस बात से तय होती है कि जीवन के अंत में आपके कितने दोस्त हैं....। दोस्ती एक अपरिभाषित रिश्ता है, ठीक वैसे ही जैसे प्यार....। ये सब कुछ है और कुछ...
View Articleतेरा जैसा यार कहां, कहां ऐसा याराना
तीन-साल साल के बच्चों से लेकर 65-70 तक की आयु के वृद्धजन को निराशा से मुक्त कर खिलखिलाते हुए देखा है मैंने उसे। बच्चों को टॉफी खिलाकर, उनके साथ खेलकर और उदास बुजुर्गों को सभी ओर की दुख-तकलीफों का हवाला...
View Articleकौन है मित्र और 'अमित्र' कौन?
मित्र और अमित्र की पहचान बताते हुए भगवान बुद्ध कहते हैं कि पराया धन हरने वाले, बातूनी, खुशामदी और धन के नाश में सहायता करने वाले मित्रों को अमित्र जानना चाहिए। मित्र उसी को जानना चाहिए जो उपकारी हो,...
View Articleफ्रेंडशिप डे पर संदेश भेजिए
मित्र, सखा, दोस्त, फ्रेंड, चाहे किसी भी नाम से पुकारो दोस्त की कोई एक परिभाषा हो ही नहीं सकती। दोस्त जिससे सब कुछ हम कहना चाहे, दोस्त जिसको जी भर कर हम सुनना चाहे। फ्रेंडशिप डे पर अपने प्यारे सलोने...
View Articleलंच टाइम की दोस्ती
ढेर सारी फाइलों और टारगेट का दबाव हो या फिर अभी-अभी पड़ी बॉस की झाड़... घर में सास-बहू की शिकवे-शिकायत हों या फिर अपने किसी बीमार के लिए दिल में पल रही चिंता...। कार्यालय की दोस्ती सब पर मरहम का काम करती...
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